Ayodhya Ram Mandir : अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति के साथ माता सीता क्यों नहीं? मूर्ति की 7 विशेषताएं
Contents
- 1 Ayodhya Ram Mandir : अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति के साथ माता सीता क्यों नहीं? मूर्ति की 7 विशेषताएं
- 2 राम लला की मूर्ति: सुंदरता की कहानी
- 3 1. प्रस्तावना
- 4 2. राम लला की मूर्ति का निर्माण
- 5 3. Ayodhya Ram Mandir मूर्ति की विशेषताएं
- 6 4. मूर्ति का प्रभाव
- 7 5. सीता और हनुमान के साथ मूर्ति
- 8 6. भगवान राम के अवतार
- 9 7. मूर्तिकला का सांगीतिक अर्थ
- 10 8. राम मंदिर निर्माण की घटना
- 11 9. प्रधानमंत्री का आदर्शपूर्ण भ्रमण
- 12 10. मूर्ति की विशेष धाराएं
- 13 11. पांच वर्ष का बचपन और मूर्ति
- 14 12. रामलला की आभूषणों का शास्त्रीय महत्व
- 15 13. स्वास्तिक: शुभता का प्रतीक
- 16 14. मूर्ति की उच्चता और प्रभाव
- 17 15. समापन
- 18 FAQs:
Ayodhya Ram Mandir सिर पर सोने का मुकुट, बालों में धूले हुए, आंखों में सुगंध से भरी खेलती हुई, और मुस्कान से भरी हुई गालों पर फैली मुस्कान – फूलों और सोने के आभूषणों से सजी हुई मूर्ति, बाएं हाथ में सोने का धनुष और दाएं हाथ में शिशु और सहस्र वक्र कमल पर खड़े Ram Mandir – यह सभी आंतरराष्ट्रीय मंदिरों में भगवान श्रीराम की मूर्तियों का वर्णन है।
अयोध्या के Ayodhya Ram Mandir में, जब से घोषणा हुई है कि मंदिर बनेगा, विशेष रूप से लोगों ने Ayodhya Ram Mandir की मूर्ति को लेकर उत्सुकता जताई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर में पूजा करने के बाद मूर्ति का अनावरण किया और इसे प्राणप्रतिष्ठा की। इस आलेख में, हम इस मूर्ति की कुछ विशेषताओं का वर्णन करेंगे।
पहली बात, Ayodhya Ram की मूर्ति मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई है। यह 51 इंच की मूर्ति गहरे रंग में है और राम सहस्त्रदल के रूप में है, जिसका अर्थ है कि वह एक हजार पंखों वाले कमल पर खड़े हैं। इस मूर्ति में सभी भाग एक से बने हुए हैं, जिससे यह प्रतिष्ठित है कि कोई जोड़ नहीं हैं। रामलला के सिर पर मुकुट है और उनके बाएं हाथ में धनुष और दाएं हाथ में तीर है, जो आशीर्वाद दे रहा है। इस मूर्ति के नीचे विष्णु के दस अवतार बनाए गए हैं।
दूसरी बात, मूर्ति पर किए गए कोई भी शुभ कार्य नहीं हैं और इसका प्रभावशाली होने का कारण है। भगवान राम के चरित्र को सूर्य देव के साथ स्थिरता के साथ तुलना किया गया है और सूर्य भगवान श्री राम के वंश के प्रतीक हैं। Ayodhya Ram Mandir का चरित्र सूर्य देव की तरह स्थिर है और सूर्य प्रतीक का उपयोग इस मूर्ति में किया गया है। इसमें हनुमान मूर्ति पर एक तरफ गरुड़ और दूसरी तरफ गरुड़ विराजमान हैं, जो सूर्य देव का पहला प्रतीक है।
तीसरी बात, Ayodhya Ram की मूर्ति के आभूषणों में हीरे, मोती, पन्ना, और माणिक का उपयोग किया गया है। इन आभूषणों में सोने के मुकुट, गहने, और हार शामिल हैं, जो इस मूर्ति को और भी आकर्षक बनाते हैं।
चौथी बात, मूर्ति का सिर पर मुकुट है और उनके माथे पर हीरे और माणिक का तिलक है, जो इसे और भी श्रेष्ठ बनाता है। इसके अलावा, इस मूर्ति का प्रभावशाली दृश्य उसके आभूषणों के साथ यह सिद्ध करता है कि इसे किसी विशेष अवस्था में धारण किया गया है।
पांचवीं बात, रामलला के आभूषणों में सोने, हीरे, मोती, और माणिक का उपयोग है, जिससे इस मूर्ति को और भी रौंगत और भव्यता मिलती है।
Ayodhya Ram Mandir पांचवीं बात, रामलला के आभूषणों में सोने, हीरे, मोती, और माणिक का उपयोग है, जिससे इस मूर्ति को और भी रौंगत और भव्यता मिलती है।इस सुंदर मूर्ति के द्वारा, भगवान Ayodhya Ram Mandir के धार्मिक और सांस्कृतिक Ayodhya Ram महत्व को सुबोध किया जाता है और इसकी प्राणप्रतिष्ठा का समर्थन किया जाता है।
राम लला की मूर्ति: सुंदरता की कहानी
1. प्रस्तावना
राम मंदिर का निर्माण और Ayodhya Ram मूर्ति का महत्व
2. राम लला की मूर्ति का निर्माण
मूर्ति की निर्माण कला
मूर्ति की उच्चता और विविधता
3. Ayodhya Ram Mandir मूर्ति की विशेषताएं
मुकुट, धनुष, तीर: आभूषणों का संबोधन
सहस्रदल का प्रतीक: अनन्यता की दिशा
4. मूर्ति का प्रभाव
आस्था में मूर्ति का महत्व
मूर्ति के दर्शन का मानव जीवन पर प्रभाव
5. सीता और हनुमान के साथ मूर्ति
परंपरागत दृष्टिकोण: राम-सीता-हनुमान का संबंध
विचार-विमर्श: क्यों हैं ये मूर्तियाँ एक साथ?
6. भगवान राम के अवतार
रामलीला में सूर्य देव का प्रतिष्ठान
भगवान राम के अवतारों का महत्व
7. मूर्तिकला का सांगीतिक अर्थ
आभूषणों की कला: संगीत, सिरे, और रंग
8. राम मंदिर निर्माण की घटना
मंदिर निर्माण की महत्वपूर्ण घटनाएं
भगवान राम के आदर्श के रूप में मंदिर
9. प्रधानमंत्री का आदर्शपूर्ण भ्रमण
नरेंद्र मोदी जी का मंदिर दर्शन
मूर्ति पूजा और पूर्वप्रधानमंत्री का अनुभव
10. मूर्ति की विशेष धाराएं
सूर्य, शेषनाग, और गदा: एक अद्वितीय सम्बंध
भगवान राम की आभूषणों की विशेषताएं
11. पांच वर्ष का बचपन और मूर्ति
बचपन की उम्र और उसका धार्मिक महत्व
रामलला का अद्वितीय पारंपरिक संबंध
12. रामलला की आभूषणों का शास्त्रीय महत्व
धनुष, तीर, और मुकुट: धरोहर और धार्मिकता
भगवान राम की मूर्ति के अंगों की विवेचना
13. स्वास्तिक: शुभता का प्रतीक
स्वास्तिक का महत्व
स्वास्तिक की पूजा और धार्मिक अर्थ
14. मूर्ति की उच्चता और प्रभाव
सामाजिक और आध्यात्मिक पहलू
रामलला की मूर्ति का विश्वासपूर्ण असर
15. समापन
मूर्ति के महत्वपूर्ण संदेश
सर्वांगीण सुंदरता का सार
FAQs:
क्या रामलला की मूर्ति का निर्माण कला से संबंधित है?
मंदिर में रामलला की मूर्ति का प्रभाव कैसे है?
क्या स्वास्तिक का मंदिर में कोई विशेष महत्व है?
रामलला के आभूषणों में उपयोग किए जाने वाले रत्न कौन-कौन से हैं?
क्या बचपन की उम्र में भगवान राम की पूजा की जाती है?